योगी शासन का एक वर्ष

आज योगी शासन के एक वर्ष पूरे हुये इस एक वर्ष में प्रदेश को एक भरोसेमंद सरकार उसे मिली है ऐसा जनसामान्य महसूस कर रहा है । जिन परिस्थितियों में गत वर्ष योगी ने शपथ ली थी कमोवेश वह परिस्थितियां भले ही पूरी तरह नहीं बदली हों लेकिन हर आदमी का आत्मविश्वास इस अवधि में बढ़ा है। प्रदेश में कानून और विधि व्यवस्था में व्यापक सुधार हुआ है, संगठित अपराध और पेशेवर अपराधियों की संख्या में भारी कमी आई है। प्रशासन के कार्य-व्यवहार में भी सुधार हुआ है। आम आदमी की बात सुनी जा रही है, और अधिकारी किसी के दबाव में न आकर प्रदेश सरकार की नितियों और कार्यक्रमों को लागू करने में कामयाब होते दिखाई दे रहे हैं। गेहूं और धान की खरीद हो अथवा गन्ने की कीमतों का भुगतान प्रदेश सरकार ने इसमें एक रिकार्ड कायम किया है। बिजली और सड़क के मामले में ग्रामीण इलाकों तक एक परिवर्तन दिखाई पड़ रहा है। सार्वजनिक वितरण प्रणालि हो या शासकीय सुविधाओं का सिलसिला उसमें परिवर्तन दिखाई पड़ रहा है। विधवा, विकलांग और निराश्रित लोगों को पेंशन, कक्षा आठ तक के स्कूली बच्चों को बैंग स्वेटर जूता और स्कूल यूनिफार्म आज निशुल्क मिल रहे हंै। नकल माफियाओं की दुकाने बंद हुयी हंै नकल के बल पर परीक्षा पास करने वालों को पहली बार सबक मिला हेै और आज वे या तो परीक्षा केन्द्रों से नदराद हंै या पूरी तैयारी के साथ ईमानदारी से परीक्षाा दे रहें हंै। पुलिस और राजनैतिक गुण्डों की वर्षों से चली आ रही सांठ गांठ अब लगभग समाप्त हो रही है। सरकारी जमीनों पर वर्षों से काबिज लोगों को बेदखल किया गया है और उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही भी हो रही है। खनन माफिया तो प्रदेश से गायब से हो गये हैं। आज बड़ी मात्रा में खनन से प्रदेश सरकार को राजस्व का लाभ मिल रहा है। तमाम तरह के ठेकों की ई टेण्डरिंग होने से अब माफियाओं का दखल पहले जैसा नहीं रहा मोटे तौर से कहा जाये कि एक वर्ष की अवधि में योगी सरकार ने जो जनसाधारण का विश्वास अर्जित किया है उसका उदाहरण हमें नगर निकाय के चुनाव में देखने को मिला। उप चुनाव की कसौटी पर योगी सरकार को कसना उचित नहीं है क्योंकि यह सरकार के कामकाज पर कोई मत विभाजन नहीं था युवकों में रोजगार के प्रति दृष्टिकोण बदला है अब वह सरकारी नौकरी की अपेक्षा अपने खुद के रोजगार पर ज्यादा भरोसा करने लगें है। किसानों की उपज और आमदनी बढ़ाने के लिये भी किये गये उपयों का परिणाम दिखाई पड़ रहा है। यद्यपि जितना कुछ होना चाहिये था उसमें प्रदेश की सरकार अभी केबल कुछ प्रतिशत ही आगे बढ़ी है फिर भी अपने कार्यकाल में घोषित वह अपने सभी संकल्पों को पूरा कर सकेगी इसके संकेत मिल रहे हैं। शाहजहाँपुर जैसे पिछड़े जनपद को भी इस एक वर्ष में ऐसी अनेक उपलब्धियां हासिल हुई है जिनकी जनपद को वर्षों से प्रतीक्षा थीं। हम विश्वास कर सकते हैं कि अगले आम चुनाव में योगी सरकार की उपलब्धियों का लाभ केन्द्र सरकार को मिलेगा।